म्यूच्यूअल फण्ड ( Mutual Fund ) क्या है ?
म्यूच्यूअल फण्ड ( Mutual Fund ) एक तरह का इन्वेस्टमेंट है जिसमे हम अपना पैसा म्यूच्यूअल फण्ड के माध्यम से एक एक जगह निवेश किया जाता है और फिर इस फण्ड को बाजार में निवेश ( Invest ) किया जाता है | जिस फण्ड कि देख रेख एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) द्वारा मैनेज किया जाता है | प्रत्येक एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) कंपनी कि बहुत सारी म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम होती है |
जिसमे निवेशको को अपने म्यूच्यूअल फण्ड ( Mutual Fund ) के माध्यम से पैसा इन्वेस्ट करते है और उस पैसे के बदले में उन्हें उस म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम कि कुछ यूनिट उस वैल्यू कि मिलती है | जब बाजार में उस यूनिट कि मांग बढती है और उसकी किमत बढती है तो आपके म्यूच्यूअल फण्ड में ग्रोथ होती है |
म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश क्यों करे ?
म्यूच्यूअल फण्ड ( Mutual Fund ) में निवेश (Invest ) करने के बहुत सारे फायदे है | म्यूच्यूअल फण्ड को आप किसी दिन भी खरीद और बेच सकते हो , इसे खरीदना और बेचना आसान है | इसे खरीदने या बेचने के लिए कही जाने कि जरूरत नही पड़ती है आप आसानी से घर से खरीद और बेच सकते है | इसमें फिक्स डिपोजिट और बैंक में अपने पैसे पर मिलने वाले इंटरेस्ट से ज्यादा रिटर्न मिलता है | म्यूच्यूअल फण्ड सेविंग के उददेश्य से बहुत अच्छा है आप इसे कम से कम पैसे में भी शुरू कर सकते है |
आप म्यूच्यूअल फण्ड ( Mutual Fund ) में 100 रुपये से भी शुरू कर सकते है | आप जब चाहे अपना निवेश किये पैसे को ग्रोथ को देख सकते है और जरूरत पड़ने पर निकाल सकते है | बाजार में बहुत सारे एप्लीकेशन उपलब्ध है जो म्यूच्यूअल फण्ड ( Mutual Fund ) के प्रोसेस को आसान बनाते है |
म्यूच्यूअल फण्ड ( Mutual Fund ) मैनेज करने में आसान
म्यूच्यूअल फण्ड मैनेज करना आसान है | आप किसी भी दिन म्यूच्यूअल फण्ड खरीद और बेच सकते है, जबकि फिक्स डिपोजिट और इन्सुरेंस या अन्य इन्वेस्ट को आप किसी भी समय खरीद और बेच नही सकते है | इसे आप कम से कम पैसे में भी अपनी सुविधा अनुसार शुरू कर सकते है |
म्यूच्यूअल फण्ड ( Mutual Fund ) में निवेश के विकल्प
म्यूच्यूअल फण्ड ( Mutual Fund ) आपको कम निवेश में कई सारे बांड और शेयर लेने कि सुविधा देता है , जब आप किसी म्यूच्यूअल फण्ड में पैसा निवेश करते है तो आपका पैसा किसी एक शेयर या बांड में नही लगाया जाता है | बल्कि आपके पैसे को थोडा थोडा करके अलग अलग बांड और शेयर में स्कीम के तहत निवेश किया जाता है ताकि मंदी के समय आपके जोखिम को कम किया जा सके |
म्यूच्यूअल फण्ड कम फीस और पारदर्शिता
म्यूच्यूअल फण्ड में एक्सपेंस रेशियो ( १.5 से २.5 ) प्रतिशत तक होती है, एक्सपेंस रेशियो वह होता है जिसे एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) आपके फण्ड को मैनेज करने के लिए लेती है |
म्यूचुअल फंड सेक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया (SEBI) द्वारा रेगुलेट किए जाता हैं, म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम कि नेट वैल्यू असेस्ट (NAV ) कि घोषणा प्रतिदिन कि जाती है | और उसके पूरी पोर्टफोलियो कि घोषणा हर महीने कि जाती है | और निवेशको के साथ शेयर कि जाती है |
म्यूच्यूअल फण्ड कैसे चुने
म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund ) में निवेश करने के लिए सबसे पहले आपको चुनना होगा कि आप किस तरह के फण्ड में निवेश करना चाहते है, म्यूच्यूअल फण्ड चुनाव के बाद आपको स्कीम का चुनाव करना होगा कि आप किस स्कीम में निवेश कर रहे है | क्योकि हर एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के स्कीम होती है, म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम चुनाव के बाद आपको फण्ड मैनेजर का चुनाव और उसके कम का अनुभव और उसके फण्ड का वार्षिक रिटर्न चेक करना होगा, ताकि आप कम से कम जोखिम में ज्यादा से ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सके और वह स्कीम आपके निवेश किये पैसे को किस तरह के शेयर, बांड और अन्य फण्ड में निवेश कर रही है |
म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे शुरू करे
म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना बहुत ही आसान है , म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने के लिए आपको सबसे पहले किसी बैंक या ऑनलाइन एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के साथ जुड़कर अपनी प्रोफाइल कम्पलीट करनी होगी | म्यूच्यूअल फण्ड ( Mutual Fund ) भारतीय और NRI दोनों निवेश कर सकते है | और कम से कम निवेश 100 रुपये से म्यूच्यूअल फण्ड शुरू कर सकते है |
म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर क्या होते है ?
म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) से जुड़कर लोगो को म्यूच्यूअल फण्ड के उत्पाद से जुडी जानकारी देकर और उन्हें म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम बेचते है जिसके बदले में उन्हें एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) द्वारा कुछ कमीशन प्राप्त होता है | इन्हें म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर भी कहा जाता है।
यदि आप भी म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बनकर काम करना चाहते है तो आपको कुछ चरणों को पूरा करके आप भी म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बन सकते है |
म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बनाने के लिए आपको NISM पेपर देकर आपको AMFI (Association of Mutual Funds in India) में रजिस्टर करके ARN लाइसेंस प्राप्त करना होगा | ARN लाइसेंस प्राप्त करने के बाद आप म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बनकर उत्पाद बेच सकते है |
म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बनने के लिए योग्यता
- म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बनने के लिए आपकी उम्र 18 वर्ष से ज्यादा होनी चाहिए |
- म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बनने के लिए आपको 10th या 12th पास होना चाहिए |
- आपको म्यूच्यूअल फण्ड से जुडी जानकारी होनी चाहिए |
- म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बनने के लिए आपको मार्केट कि जानकारी होनी चाहिए , जिससे आप उत्पाद को बेच पाए |
म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बनने के लिए NISM सर्टिफिकेट
- म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बनने के लिए आपको NISM-Series V-A: Mutual Fund Distributors Certification Examination को पास करना अनिवार्य है।
- यह परीक्षा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटीज मार्केट्स (NISM) द्वारा आयोजित की जाती है।
- NISM परीक्षा पास करने के लिए आपको 50 प्रतिशत नम्बर लाना होगा तभी आप पास होंगे |
- NISM परीक्षा देने के लिए आपको 1500 रुपये कि फीस जमा करनी पड़ती है |
- परीक्षा में पास होने पर आपको NISM सर्टिफिकेट प्राप्त हो जायेगा इसे आप अपने ईमेल से भी प्राप्त कर सकते है |
Association of Mutual Funds in India (AMFI) में रजिस्ट्रेशन
- NISM प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद, आपको AMFI (Association of Mutual Funds in India) में रजिस्ट्रेशन करना होगा।
- AMFI से पनिकरण के बाद ARN लाइसेंस प्राप्त होगा |
- ARN लाइसेंस के बाद आप किसी भी एसेट मैनेजमेंट कंपनी के साथ जुड़ कर उत्पाद बेच सकते है |
एसेट मैनेजमेंट कम्पनी (AMC) के साथ जुड़ें
- आप अपनी मर्जी से किसी एक सी भी म्यूचुअल फंड कंपनी जैसे HDFC Mutual Fund, SBI Mutual Fund, ICICI Prudential Mutual Fund आदि के साथ पार्टनर बनकर म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बन कर काम सुरु कर सकते है |
- इसके लिए आपको उनके वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा और वह आपके ARN और अन्य विवरण कि जाँच कर आपके आवेदन कि पुष्टि करेंगे उसके बाद आप उनके साथ काम शुरू कर सकते है |
म्यूच्यूअल फण्ड पार्टनर बनने के बाद आप काम शुरू कर सकते है और म्यूच्यूअल फण्ड को ऑनलाइन और ऑफलाइन लोगो को जानकारी देकर उत्पाद को बेच सकते है और कुछ एक्स्ट्रा पैसे कम सकते है | आप अपनी सुविधा अनुसार फुल टाइम और पार्ट टाइम भी करके पैसा कमा सकते है |
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