आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) यानी एक ऐसी मशीन जो कंप्यूटर और मशीनों को इंसानों की तरह सोचने और काम करने लायक बनाती है। इससे दुनिया में काम करने का तरीका बहुत तेजी से बदल गया है।
आजकल कई कंपनियाँ ऐसे सिस्टम इस्तेमाल कर रही हैं जो इंसानों की जगह तेजी से, बिना गलती के और कम खर्च में काम कर रही हैं। जैसे – मशीनें खुद-ब-खुद काम कर रही हैं, कुछ सॉफ्टवेयर खुद से सीखते हैं, और कई वेबसाइटों पर हमसे बात करने वाले बॉट्स भी AI से ही चल रहे हैं। यह बिना थके बिना किसी इमोशन के 24 घंटे काम कर रहे है |
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्या है ? यह कैसे काम करता है
AI का पूरा नाम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जिसे हिंदी में कहते हैं कृत्रिम बुद्धिमत्ता कहते है | यानि यह एक ऐसी तकनीक है जिससे कंप्यूटर और मशीनें इंसानों की तरह सोच सकती हैं, सीख सकती हैं और निर्णय ले सकती हैं।
जैसे इंसान दिमाग से सोचता है, वैसे ही AI सिस्टम भी दिए गए डेटा और जानकारी के आधार पर सोचने और समझने की क्षमता रखते हैं।
आसान उदाहरण द्वारा समझिए :
जब आप अपने फोन में बोलते हैं – “कल मौसम कैसा रहेगा?”
तो AI उस सवाल को समझकर इंटरनेट से जानकारी निकालता है और जवाब देता है और उत्तर देता है – “कल हल्की बारिश की संभावना है।”
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कैसे काम करता है ?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंसानों कि तरह काम करने के लिए 3 मुख्य तरीको से सीखती है |
डेटा से सीखना (Machine Learning)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को बहुत सारा डेटा दिया जाता है, जैसे कि बहुत सारी फोटो, आवाज, और टेक्स्ट और उस डेटा को देखकर वह समझने लगता है कि क्या सही है और क्या गलत और फिर वह सही और गलत में निर्णय लेने लगता है |
उदाहरण : अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को 1000 कुत्ते और बिल्ली कि फोटो दिखाई जाए तो वह समझ जायेगा कुत्ता कैसे दिखता है और बिल्ली कैसे दिखती है |
अनुभव से सीखना (Deep Learning)
ये थोड़ा और गहराई से काम करता है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंसान के दिमाग जैसे नेटवर्क (Neural Networks) का इस्तेमाल करता है।
उदाहरण : जब आप गूगल मैप में कोई रास्ता खोजते हैं तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ट्रैफिक, दूरी और समय को समझकर आपको सबसे सही रास्ता बताता है।
भाषा समझना (Natural Language Processing)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब इन्सानी भाषा ओ भी समझने लगा है | जब हम Chatgpt से कोई सवाल अपने भाषा में पूछते है तो वह हमारे भाषा को समझकर हमारे ही भाषा में जवाब भी देता है ,जैसे हिन्दी, अंग्रेज़ी आदि अन्य भाषाए |
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का काम करने का आसान तरीका
- डेटा लेना – जैसे तस्वीरें, आवाज़, या सवाल
- उस डेटा को समझना और सीखना
- उस पर सोचकर निर्णय लेना
- फिर सही जवाब या काम करना
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कहा कहा उपयोग हो रहा है ?
झेत्र | AI का उपयोग कैसे हो रहा है |
---|---|
Health | रोग की पहचान, इलाज का सुझाव |
Education | छात्रों के सवालों के जवाब, स्मार्ट लर्निंग |
Business | कस्टमर सपोर्ट, सेल्स डेटा विश्लेषण |
Banking | फर्जी लेन-देन की पहचान, ऑटोमेटिक सर्विसेस |
Transport | सेल्फ-ड्राइविंग गाड़ियाँ, GPS और रास्ता सुझाव |
AI कैसे नौकरियों को प्रभावित कर रहा है?
AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब मशीनों और कंप्यूटरों को इतना स्मार्ट बना चुका है कि वे इंसानों की तरह सोचकर काम कर रहे हैं। इसका असर बहुत सी नौकरियों पर पड़ रहा है क्योंकि जो काम पहले इंसान करते थे, अब वही काम मशीनें तेजी से, सस्ते में और बिना थके कर रही हैं।
इससे लाखों लोगों की नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है, खासकर उन नौकरियों पर जो दोहराव वाले या रूटीन कामों से जुड़ी हैं।
किन नौकरियों पर सबसे ज़्यादा खतरा है?
डाटा एंट्री और ऑफिस का रूटीन काम
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सॉफ्टवेयर अब हजारों दस्तावेज़ एक साथ पढ़कर खुद ही रिपोर्ट बना लेता है।
उदाहरण : Excel में रिपोर्ट बनाना, फॉर्म भरना आदि।
कॉल सेंटर और ग्राहक सेवा (Customer Support)
अब कंपनियाँ चैटबॉट्स का इस्तेमाल कर रही हैं जो बिना इंसान के सवालों का जवाब देते हैं।
उदाहरण: “Hi! How can I help you?” – ऐसा जवाब वेबसाइट पर अब बॉट देता है।
फैक्ट्री और मैन्युफैक्चरिंग में काम करने वाले मजदूर
रोबोट अब लाइन पर काम कर रहे हैं, पैकेजिंग कर रहे हैं और मशीनें चला रहे हैं।
उदाहरण: कार बनाने वाली कंपनियाँ अब रोबोट से कार असेंबल करवा रही हैं।
ड्राइवर और डिलीवरी सेवाएँ
सेल्फ-ड्राइविंग गाड़ियाँ और ड्रोन्स आने वाले समय में इंसानी ड्राइवरों की जरूरत कम कर सकते हैं।
उदाहरण: अमेरिका में Amazon ड्रोन्स से सामान डिलीवर कर रहा है।
बैंकिंग और वित्तीय सेवाएँ
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)अब लोन अप्रूवल, ट्रांजैक्शन चेक और फर्जीवाड़ा पकड़ने जैसे काम भी करने लगा है।
उदाहरण: क्रेडिट कार्ड का फर्जी इस्तेमाल रोकना।
भारत में AI कैसे बढ़ रहा है?
भारत में भी दुनिया की तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बहुत तेजी से बढ़ रहा है।
अब सरकारी विभाग, प्राइवेट कंपनियाँ, बैंक, अस्पताल, स्कूल–कॉलेज सभी जगह AI तकनीक का इस्तेमाल होने लगा है।
उदाहरण
- रेलवे टिकट बुकिंग में AI बेस्ड सुझाव
- मोबाइल बैंकिंग में चैटबॉट्स
- एजुकेशन ऐप्स में स्मार्ट कोचिंग
- अस्पतालों में बीमारी की पहचान
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI के कारण भारत में बेरोजगारी क्यों बढ़ रही है?
इंसानी काम की जगह मशीनें ले रही हैं
कई कंपनियाँ अब ऐसे कामों के लिए इंसान नहीं रखतीं जो मशीन से जल्दी और सस्ते में हो सकते हैं।
उदाहरण: डेटा एंट्री, कॉल सेंटर, कस्टमर सपोर्ट
कम स्किल वाले लोगों की नौकरियाँ खतरे में हैं
AI उन लोगों की नौकरी को सबसे पहले छीन रहा है जो सिर्फ एक जैसे दोहराव वाले काम करते हैं।
उदाहरण: फैक्ट्री वर्कर, ऑपरेटर, चपरासी
नई तकनीक के लिए लोगों को ट्रेनिंग नहीं मिल रही
भारत में अभी भी लाखों युवा ऐसी पढ़ाई कर रहे हैं जो बदलती तकनीक के मुताबिक नहीं है।
उदाहरण: कॉलेजों में अभी भी पुराने सिलेबस पढ़ाए जा रहे हैं, जिसमें AI जैसी चीजें नहीं होतीं।
किन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा असर हुआ है?
क्षेत्र (सेक्टर) | AI से प्रभाव |
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BPO/कॉल सेंटर | चैटबॉट्स ने इंसान को रिप्लेस किया |
बैंकिंग | ऑटोमेटिक ट्रांजैक्शन, फर्जीवाड़ा रोकना |
शिक्षा | ऑनलाइन स्मार्ट कोर्स, वर्चुअल टीचर |
हेल्थकेयर | बीमारी की पहचान में AI सॉफ्टवेयर |
खुदरा व्यापार (रिटेल) | सेल्फ-चेकआउट, ऑटोमेटेड बिलिंग |
सरकार और युवाओं को क्या करना चाहिए?
नई तकनीकी पढ़ाई को बढ़ावा देना चाहिए
सरकार को स्कूल और कॉलेजों में AI, कोडिंग और डिजिटल स्किल्स सिखानी चाहिए।
युवाओं को स्किल डेवलपमेंट पर ध्यान देना चाहिए
सरकारी ट्रेनिंग प्रोग्राम, ऑनलाइन कोर्स और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्म से नई स्किल्स सीखना चाहिए।
बेरोजगारों को AI फ्रेंडली नौकरियों की ओर मोड़ना चाहिए
जैसे – डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइन, ब्लॉगिंग, ऐप डेवेलपमेंट आदि।
क्या AI से नई नौकरियाँ भी बन रही हैं?
हाँ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से सिर्फ पुरानी नौकरियाँ खत्म नहीं हो रही हैं, बल्कि नई तरह की नौकरियाँ भी बन रही हैं।
यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे जब कंप्यूटर पहली बार आया था, तब कुछ लोगों की नौकरी गई थी, लेकिन नए काम और करियर के रास्ते भी खुले थे।
कैसी नई नौकरियाँ बन रही हैं?
AI तकनीक को चलाने, संभालने और समझाने के लिए बहुत से नई स्किल वाले लोगों की ज़रूरत पड़ रही है।
नीचे कुछ प्रमुख नई नौकरियाँ दी गई हैं:
नई नौकरी का नाम | क्या काम होता है? (सरल भाषा में) |
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डेटा साइंटिस्ट | बहुत सारे डेटा (जानकारी) को समझना और उसका उपयोग करना |
AI इंजीनियर | AI प्रोग्राम और सॉफ्टवेयर बनाना |
मशीन लर्निंग एक्सपर्ट | कंप्यूटर को खुद से सीखने की तकनीक सिखाना |
चैटबॉट डेवलपर | वेबसाइट और ऐप के लिए बात करने वाले बॉट बनाना |
डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट | इंटरनेट पर चीजें बेचने और प्रचार करने की तकनीक |
रोबोटिक्स टेक्नीशियन | रोबोट को बनाना, सुधारना और चलाना |
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट | कंप्यूटर सिस्टम को हैक होने से बचाना |
AI से नई नौकरियाँ जरूर बन रही हैं, लेकिन उनके लिए हमें नई सोच और नई स्किल्स की ज़रूरत है।अगर आप समय के साथ चलेंगे और सीखने की चाह रखेंगे, तो AI आपको नौकरी छीनने वाला नहीं, बल्कि नया करियर देने वाला साथी बन सकता है।
AI एक क्रांतिकारी तकनीक है जो आने वाले वर्षों में हर सेक्टर को बदलने वाला है। हाँ इससे नौकरियों पर खतरा जरुर है, लेकिन यह एकतरफा नुकसान नहीं है। अगर हम खुद को समय रहते अपडेट करें नई स्किल्स सीखें और तकनीक को अपनाएँ तो AI से डरने की ज़रूरत नहीं है। बल्कि हम इसे अपने करियर का सबसे बड़ा हथियार बना सकते हैं।