रक्षाबंधन केवल एक त्योहार नहीं बल्कि भाई-बहन के रिश्ते का सबसे मजबूत और खुबसुरत एहसास है। राखी का यह एक डोर है जो हर साल बचपन की उन पुरानी यादों को फिर से तजा कर देती है |
आज के समय में जब सब कुछ बदल रहा है, बस एक चीज़ है जो नहीं बदलती — वो है भाई बहन के बिच का प्यार । चाहे दूरी कितनी भी हो, राखी की डोर हर दिल को जोड़ती है। रक्षाबंधन भाई बहन के लिए सबसे खुशनुमा व यादगार पल होता जिसका इंतजार हर बहन को अपने भाई कि कलाई पर राखी बढ़ने के लिए होता है |
रक्षा बंधन भाई बहन के प्यार के डोरी
भारत में रक्षाबंधन पर राखी का मजबूत धागा भाई- बहन का रिश्ता बस खून का नही बल्कि भावना और भरोसे का रिश्ता होता है, भाई बहन का एक दुसरे के प्रति विश्वाश का रिश्ता होता है |
भाई बहन का यह रिश्ता जितना मजबूत होता है उतना ही खुबसूरत भी होता है | रक्षाबंधन का यह त्यौहार इसी खुबसुरत रिश्ते को मानाने का सबसे खाश दिन होता है जिसका इंतजार हर भाई बहन को होता है | उम्र कि भी हो जाए यह त्यौहार भाई बहन के बिच प्रेम और विश्वाश को हमेशा बनाये रखता है |
रक्षाबंधन 2025 में कब दिन मनाया जायेगा
रक्षाबंधन 2025 में बुधवार के दिन 13 अगस्त को मनाया जायेगा, रक्षाबंधन मुहूर्त व पूजा का समय
- शुभ मुहूर्त : सुबह 10:44 से रात्रि 8:00
- पूर्णिमा तिथि आरंभ : 12 अगस्त 2025 को रात्रि 9:26 से प्रारंभ
- पूर्णिमा तिथि समापन : 13 अगस्त 2025 को रात्रि 8:05 तक
रक्षाबंधन कि सुबह हर घर कि कहानी
रक्षाबंधन पर राखी कि सुबह हर घरो में एक अलग ही तरह का उत्साह होता है | रक्षाबंधन के दिन सभी लोग जल्दी जल्दी सुबह स्नान करके तैयार होते है | और बहने अपने भाई को राखी बाधने के लिए थाल सजाती है, व मिठाईयां व राखी लेकर राखी बाधने के लिए आती है, और भाई नए कपडे पहनकर तैयार होते है | उस दिन घर के सभी लोगो के चेहरें पर एक अलग ही तरह कि चमक होती है, व सभी के चेहरें खुशियों से भरे होते है | यह त्यौहार ही एक ऐसा त्यौहार है जो पुरे घर को एकजुट कर देने वाला त्यौहार है |

2025 रक्षाबंधन नया बदलता रूप
जैसे जैसे दुनिया डिजिटल हो रही और लगो के पास समय कि कमी के कारण भाई बहन एक दुसरे से नही मिल पा रहे है | फिर भी भाई बहन का वह प्यार व लगाव आपस में बना रहता है |
जैसे जैसे दुनिया डिजिटल हो रही है, रक्षाबंधन पर राखी का अंदाज भी बदल रहे है | जब से दुनिया डिजिटल कि तरफ आगे बढ़ रही है तब से ई राखी, ऑनलाइन गिफ्ट, और ऑनलाइन विडियो कॉल पर राखी बाधने का चलन बढ़ गया है, लेकिन आज भी उनकी एक दुसरे के लिए भावना नही बदली |
बहनों ने भी अपने भाई के अलग अलग तरह से रक्षाबंधन पर अलग अलग तरह के राखी भेजना सुरु कर दी है जो अपने भाई के पास नही जा सकती है |
रक्षाबंधन भाई का बहन को सुरक्षा का वादा
अब जैसे जैसे समय बीत रहा है वैसे वैसे लोगो के बिच में बदलाव व सम्मान भी बढ़ रही है | 2025 कि रक्षाबंधन कि परम्परा में एक बड़ा बदलाव आया है कि अब भाई भी बहनों को राखी बाधते है | यह प्रतिक है कि भाई का बहन कि सुरक्षा के साथ साथ उसका सम्मान भी जरुरी है |
रक्षाबंधन भाई बहन के प्यार का त्यौहार
आजकल के भागदौड़ व बीजी लाइफ में अक्सर रिश्ते पीछे छूट जाते है लेकिन रक्षाबंधन एक ऐसा मौका है जहा पर हम एक दुसरे से जुड़ते है और सभी भाई बहन इकट्ठे होते है | और गिफ्ट के साथ-साथ एक दुसरे से मिलने और उनसे ढेर सारी बाते करने व साथ में समय बिताने का मौका मिलता है | जो पुरानी बचपन कि बातो फिर से तजा कर देती है |
रक्षाबंधन में 2025 कि खाश बाते
- पर्यावरण को ध्यान रखते हुए अब इकोफ्रेंडली भी राखिया बन रही है |
- कई एनजीओ अब राखी बनाकर उसे बेचती है और उसका पैसा गरीब लडकियो के पढाई में लगाते है |
- अब कई बहने बहनो को भी राखी बाधती है, जो दोनों बहनों के आपसी प्रेम को दर्शाता है |
रक्षाबंधन भावनाए नही बदलती
समय और दिन बदलते रहते है, लेकिन जो चीज़ कभी भी नहीं बदलती, वह है भाई-बहन का आपस में प्यार। बहन चाहे कितनी भी दूर हो, उसका मन हमेशा भाई के साथ होता है। और भाई भी चाहे दुनिया के किसी भी कोने में हो, उसकी पहली सुरक्षा की जिम्मेदारी बहन ही होती है।
रक्षाबंधन सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि एहसास का एक ऐसा डोर है जो भाई-बहन को हर साल फिर से जोड़ती है — चाहे वे पास हों या दूर। 2025 में बदलती परंपराएं, ऑनलाइन राखियाँ और गिफ्ट्स भले ही नया रंग भरें, लेकिन भावनाएं वही हैं, बचपन वाली जो एक बार फिर पुरानी बचपन वाली यादो को तजा कर देती है |